श्यामा आन बसों वृन्दावन में। श्यामसुन्दर आन बसों वृन्दावन में।। छोड़ो नन्द बाबा का नंदगाँव, छोड़ो यशोदा मैया का प्यार। छोड़ो ग्वाल-बाल, छोड़ो गोकुल, ज

श्यामा आन बसों वृन्दावन में
श्यामा आन बसों वृन्दावन में।श्यामसुन्दर आन बसों वृन्दावन में।।
छोड़ो नन्द बाबा का नंदगाँव,
छोड़ो यशोदा मैया का प्यार।
छोड़ो ग्वाल-बाल, छोड़ो गोकुल,
जहाँ राधिका करती है वास।।
श्यामा आन बसों वृन्दावन में।
श्यामसुन्दर आन बसों वृन्दावन में।।
बंसी की तान सुनाने आओ,
राधा के संग रास रचाने आओ।
गोपी जनों का मन लुभाने आओ,
लाल बिहारी संग झूलने आओ।।
श्यामा आन बसों वृन्दावन में।
श्यामसुन्दर आन बसों वृन्दावन में।।
यमुना के तट पर आन विराजो,
कुंज बिहारी संग लीला रचाओ।
हम सब भक्त जनों का जीवन संवारो,
श्यामसुन्दर आन बसों वृन्दावन में।।
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